जनकसुता हरि दास कहावो, ताकी शपथ विलम्ब न लावो । जय जय जय हनुमन्त अगाधा, दु:ख पावत जन केहि अपराधा । जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल॥ कराल बदनाय नारसिंहाय सकल भूत प्रेत दमनाय I swear because of the title of Hari https://links2directory.com/listings13075074/hanuman-chalisa-an-overview