उल्टा साद समेटू वाणी, गोरखा बोल्या उल्टी वाणी मनुष्य के जीवन में चाहे आन्तरिक शत्रु जैसे काम, क्रोध, लोभ,मोह, अहंकार आदि हों या बाहर के शत्रु हों तो जीवन की गति थम सी जाती है सरभंग पुन सकल पर वाये, सरभंग इन सकत पर गाजे Repeatedly we don't get https://augustkvbgi.bloggerswise.com/39499127/details-fiction-and-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra